जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी उत्तम सिंह की अध्यक्षता में सोमवार को ईवीएम की पहली रेंडमाइजेशन हुई। इस दौरान सभी पांचों विधानसभाओं के रिटर्निंग ऑफिसर एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी को ईवीएम की रेंडमाइजेशन के बाद एक-एक कॉपी दी गई।
रेंडमाइजेशन के बाद जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी उत्तम सिंह ने बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग के पोर्टल ईएमएस में ईवीएम की पहली रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूरी हुई।
इसके बाद इन मशीनों को विधानसभा अनुसार स्ट्रांग रूम से शिफ्ट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी जानकारी दी गई कि जब भी इन ईवीएम को शिफ्ट किया जाए, वह मौजूद रहे। शिफ्ट करने से जुड़ी जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पहले ही दे दी जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी होगी।
डीसी उत्तम सिंह ने बताया कि पहली रेंडमाइजेशन प्रक्रिया में बैलेट यूनिट (बीयू), कंट्रोल यूनिट (सीयू) और वीवीपैट (वोटर वेरिफिकेशन पेपर ऑडिट ट्रायल) शामिल की गई। रेंडमाइजेशन प्रक्रिया में सबसे पहले नीलोखेड़ी विधानसभा, फिर इंद्री विधानसभा इसके बाद करनाल फिर घरौंडा और अंत में असंध विधानसभा को क्रमवार पूरा किया गया।
उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से पारदर्शी प्रक्रिया है। इसमें सॉफ्टवेयर के माध्यम से ईवीएम का रेंडमाइजेशन होता है। ऐसे में किसी अधिकारी व कर्मचारी तक कोई यह नहीं बता होता कि कौन सी ईवीएम किस बूथ पर जाएगी।
ये रहे मौजूद
इस दौरान एडीसी यश जालुका, एसडीएम असंध राहुल, एसडीएम करनाल अनुभव मेहता, एसडीएम इंद्री सुरेंद्र पाल, एसडीएम घरौंडा राजेश सोनी, एसडीएम नीलोखेड़ी अशोक कुमार, निदेशक आईटी महिपाल सीकरी, एडीआईओ कमल त्यागी, चुनाव तहसीलदार जयवीर, एक्सईएन पंचायती राज परमिंद्र और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।