September 20, 2024

उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा ने पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण कर परेड़ का निरीक्षण किया और विभिन्न क्षेत्रों मेंं उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित भी किया।

अपने सम्बोधन में उद्योग मंत्री मूलचंद शर्मा ने आजादी की 78वीं वर्ष गाठ के अवसर पर जिलावासियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजादी के इस पावन अवसर पर सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।

उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं पर मुश्किल हालातों के बीच मुस्तैदी से तैनात वीर जवानों को भी स्वतंत्रता दिवस की विशेष तौर पर बधाई। आज हर भारतवासी के लिए खुशी एवं गर्व का दिन है।

‘‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम से तिरंगे के साथ पूरा देश देशभक्ति के रंग में रंगा हुआ है। इस दिन के लिए मां भारती के अनगिनत सपूतों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही।

उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर, आजादी की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन करता हूं और उन वीर सैनिकों को भी सलाम करता हूं, जिन्होंने आजादी के बाद देश की एकता व अखंडता की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

उन्हीं के अनुपम बलिदान के कारण आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं। मुझे आज यहां ध्वजारोहण करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं, आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी।

उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढी प्रेरणा हासिल करे, इसके लिए अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बनाया जा रहा हैं।

उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी को अक्षुण बनाए रखने में निरंतर योगदान दिया है। हम अपने शहीदों के बलिदानों का कर्ज तो नहीं चुका सकते, लेकिन उनके परिजनों की देखभाल करके उनके प्रति सम्मान अवश्य जता सकते हैं। इस दिशा में सरकार ने ‘सैनिक व अर्ध-सैनिक कल्याण विभाग’ का गठन किया है।

युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि व आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अग्निवीर योजना के तहत युवाओं को नौकरियों में विशेष लाभ देने और स्वरोजगार हेतू 5 लाख रुपए तक का ऋण देने का निर्णय लिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *