आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने बयान जारी कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे पर सवाल उठाए। बीजेपी सरकार के राज में हरियाणा में हर वर्ग अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा है।
किसान, शिक्षक, डॉक्टर, कर्माचारी, महिलाएं, व्यापारी और रिटायर्ड बुजुर्ग सब धरने पर बैठे हैं। लेकिन जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हरियाणा में आए तो प्रदेश की बीजेपी सरकार की तारीफों का पुल बांध गए।
उन्होंने कहा ऐसा लगता है कि केंद्रीय गृहमंत्री ने हरियाणा की सड़कों की ओर ध्यान नहीं दिया। ओपीएस की मांग को लेकर सड़कों पर बैठे बेबस सरकारी कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दिया। लगता है गृहमंत्री भूल गए कि हरियाणा लंबे समय से परेशान है। लोगों को उम्मीद थी कि गृहमंत्री कुछ राहत देंगे।
लंबे समय से किसान बॉर्डर पर बैठे हैं, परंतु उन्होंने एक शब्द नहीं बोला। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनता की परेशानियों की तरफ कोई रुचि नहीं है। जब चुनाव आता है तो गृहमंत्री हरियाणा में दिखाई देते हैं अन्यथा हरियाणा की कोई शुद्ध नहीं लेते।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (एचसीएमएस) की भी प्रतिदिन हड़ताल रहती है। लेकिन बीजेपी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रदेश की जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है और मरीजों की इधर उधर इलाज के लिए भटकना पड़ता है। डॉक्टरों ने 25 जुलाई से फिर हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
वहीं प्रदेशभर में वोकेशनल टीचर्स भी 24 जून से लगातार अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं। अब उन्होंने आमरण अनशन पर बैठने की तैयारी की है। जिसमें सभी 22 जिले से 5-5 महिलाएं भी आमरण अनशन में शामिल होंगी। लेकिन प्रदेश की बीजेपी सरकार आंख मूंदे बैठी है।
उन्होंने कहा कि किसान पिछले कई महीनों से कुछ करने की तैयारी में बैठे हैं। बीजेपी सरकार ने किसानों पर लाठियों बरसाई और आंसू गैस के गोले दागे। अब उनकी आवाज दबाने के लिए किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। जहां बीजेपी सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है। वहीं आंगनबाड़ी और आशा वर्कर्स हड़ताल पर रहती हैं।
ओल्ड पेंशन स्कीम को लेकर भी सरकारी कर्माचारी प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा को धरना प्रदर्शन प्रदेश बना दिया है।
उन्होंने कहा मैं गृहमंत्री से पूछना चाहता हूं कि को किसान लंबे समय से बॉर्डर पर बैठे हैं उनके लिए एक भी शब्द क्यों नहीं बोला? नशे के कारोबारी बीजेपी संरक्षण में पल रहे हैं उस पर क्यों नहीं बोले? नकली शराब से 50 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं उस पर क्यों नहीं बोले?
47 से ज्यादा पेपर लीक हो चुके हैं और हर घर में पढ़ा लिखा बेरोजगार युवा बैठा है उस पर एक भी शब्द क्यों नहीं बोले? प्रदेश में हर रोज व्यापारियों पर गोलियां चलाकर फिरौती मांगी जा रही है, गृह मंत्री एक शब्द नहीं बोले?
उन्होंने कहा कि हर दिन बीजेपी का भ्रष्टाचार निकल कर सामने आता है गृहमंत्री अमित शाह उस पर क्यों नहीं बोले? मैं गृहमंत्री से कहना चाहता हूं कि बीजेपी एक एक पैसे का हिसाब दे और लेकर रहूंगा। हरियाणा की जनता जवाब चाहती है लच्छेदार भाषण नहीं। इसीलिए अगली बार हरियाणा आओ तो जवाब लेकर आना।