भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने धान की खरीद बहुत कम रेट पर होने पर चिंता व्यक्त की है। यूनियन के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी ने कहा कि व्यापारियों ने मिलकर किसानों का शोषण करने का काम किया है।
धान 1509 किस्म को 2500 से 2700 रुपए के बीच खरीदा जा रहा है। पिछले वर्ष यही धान 3500 रुपए से 4000 रुपए तक बिकी थी। किसानों को 1500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से नुकसान हो रहा है। सरकार इस मामले संज्ञान लेकर किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलवाने का काम करे।
बहादुर मेहला ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारियों को किसान का साथ देते हुए उचित मूल्य ही धान की खरीदारी करनी चाहिए। सरकार किसान की आय दोगुणी करने का दावा करती है, लेकिन जब किसान फसलों को मंडियों में बेचने के लिए लाता है तो उसे लागत मूल्य भी नहीं मिलता।
कभी सरकार तो कभी व्यापारी किसानों को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं। उन्होंनेे कहा कि व्यापारी बहाने बनाना बंद करे और धान का मूल्य कम से कम 3500 रुपए प्रति क्विंटल दिया जाए। अगर व्यापारियों ने मनमानी बंद नहीं की तो भाकियू सर छोटूराम सडक़ों पर उतरने के लिए मजबूर होगी।