हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि महापुरुष किसी भी धर्म व जाति के न होकर सभी के होते हैं। उनका महान व्यक्तित्व, उनके विचार, उनके आदर्श प्रकाश स्तम्भ की तरह हमारा सदा मार्गदर्शन करते हैं और प्रेरणा देते हैं।
ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को संभालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसलिए हम संत-महापुरुष विचार सम्मान एवं प्रसार योजना के तहत संतों व महापुरुषों के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच वीरवार को बाबा लक्खी शाह बंजारा की 447वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन बाबा लक्खी शाह बंजारा की बावड़ी परिसर में किया गया। उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच ने कहा कि बंजारा समाज बहुत ही संघर्षशील, मेहनती और स्वाभिमानी समाज है।
पूरे देश में एक अलग ही संस्कृति में जीने वाले के रूप में यह समाज अपनी विशिष्ट पहचान बनाए हुए हैं। हमने समाज के अंतिम और वंचित व्यक्ति का उत्थान करने का बीड़ा उठाया हुआ है। घुमंतू जातियों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए इनके परिवारों के पहचान पत्र बनाए गए हैं। राज्य सरकार का उद्देश्य यह है कि नई पीढ़ी उनके जीवन व कार्यों से प्रेरणा व मार्गदर्शन प्राप्त करे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में संत कबीर दास, महर्षि वाल्मीकि, महर्षि कश्यप, डॉ. भीमराव अम्बेडकर और गुरु रविदास आदि संतों व महापुरुषों की जयंती को राज्य स्तर पर मनाया जाता है।
महापुरुषों ने जो समानता का संदेश दिया है, उसे साकार करने के लिए सरकार अनेक ऐसी योजनाएं बनाई हैं, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके। उन परिवारों को आर्थिक रूप से मजबूत करने में लगे हैं जो किन्हीं कारणों से पिछड़े रह गए।
राज्य सरकार सभी वर्गों के सामाजिक, शैक्षणिक और आर्थिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। इस मौके पर बंजारा समाज के प्रदेश अध्यक्ष किशोरी लाल, जसमेर सिंह, जसबीर महुआखेड़ी, दीप कुमार, जसविंद्र भुखड़ी, सोहन लाल सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।