November 24, 2024

शहरी स्थानीय निकाय राज्य मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि कुरुक्षेत्र के पौराणिक इतिहास को जिंदा रखने के लिए भारत रत्न स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा के योगदान को कभी भूलाया नहीं जा सकेगा। इस महान व्यक्तित्व ने कुरुक्षेत्र का विकास करना ही अपना लक्ष्य बनाया।

इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए ही कुरुक्षेत्र और 48 कोस के तीर्थों का विकास करने के लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की स्थापना की थी। अब इस बोर्ड के माध्यम से प्रदेश सरकार 48 कोस के 164 तीर्थों का जीर्णोद्धार कर रही है और इन तीर्थों के लिए कई करोड़ रुपए का बजट भी खर्च किया गया है।

शहरी स्थानीय निकाय राज्यमंत्री सुभाष सुधा वीरवार को कुुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित भारत रत्न स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा जयंती समारोह में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।

इससे पहले राज्यमंत्री सुभाष सुधा, महामंडलेश्वर डा. स्वामी साश्वतानंद जी महाराज, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं एडीसी डा. वैशाली शर्मा, केयूके के कुलपति डा. सोमनाथ सचदेवा, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, 48 कोस तीर्थ विकास समिति के चेयरमैन मदन मोहन छाबड़ा, समाज सेवी विजय सभ्रवाल, समाज सेवी कृष्ण धमीजा, विनोद शर्मा, नंदा स्मारक की निदेशक प्रोफेसर शुचि स्मिता ने नंदा जी स्मारक पर पुष्पाजंलि अर्पित की और हवन यज्ञ में मंत्रौच्चारण के बीच आहुती डाली। इस दौरान भाषण, चित्रकला आदि प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को प्रशंसा पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की हमेशा प्राथमिकता रही कि करुक्षेत्र का विकास हो। नंदा जी ने 1968 और 1971 में कुरुक्षेत्र से चुनाव लड़ा और इस लोकसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने का काम किया। इसके लिए बकायदा केडीबी की स्थापना की।

अब भाजपा सरकार ने वर्ष 2014 से कुरुक्षेत्र व 48 कोस के तीर्थों का विकास करने की योजना तैयार की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह कुरुक्षेत्र को विश्व मानचित्र के पटल पर लाने के लिए कार्य कर रहे है।

इस क्षेत्र में विकास की गति को तेजी के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रहमसरोवर भारत रत्न स्वर्गीय गुलजारी लाल नंदा की देन है, प्रतिवर्ष अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों पर्यटक व श्रद्घालु शिरकत करते है।

महामंडलेश्वर डा. स्वामी साश्वतानंद जी महाराज ने मुख्य वक्ता के तौर पर नगर वासियों को भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा की जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत रत्न नंदा जी ने अपने जीवन में पिछड़े, गरीब और दलित वर्ग के साथ-साथ समाज के जरुरतमंद लोगों के उत्थान के लिए कार्य किया।

नंदा जी के प्रयासों से गीता स्थली कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्टï्रीय पटल पर एक मुकाम मिला। इस महान व्यक्तित्व के कुरुक्षेत्र के प्रति योगदान को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने कुरुक्षेत्र में भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा स्मारक का निर्माण करवाया।

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