प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डैलीगेट, कांग्रेस मैनीफैस्टो कमेटी के सदस्य पूर्व कोषाध्यक्ष रोहित जैन ने कहा कि एक अोर तो हरियाणा सरकार दावा करती है कि प्रदेश के लाखों लोगों का आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज करवाया जा रहा है लेकिन दूसरी अोर IMA के फैसले के बाद प्रदेश के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान योजना के तहत सरकार की अोर से उनकी बकाया राशि का भुगतान न करने से लाखों लाभार्थी निशुल्क इलाज की सुविधा से वंचित हो गए है।
उन्होने सरकारी दावों की पोल खोलते हुए कहा कि सरकार आयुष्मान योजना के प्रचार पर करोड़ो रुपये खर्च करती है व अपनी वाहीवाही लूटने की कोशिश करती है लेकिन इस योजना के तहत निशुल्क इलाज करने वाले निजी अस्पतालों पर आर्थिक बोझ पड़ गया है।
जैन ने IMA द्वारा इलाज बंद करने के फैसले को हरियाणा सरकार की लापरवाही व नाकामी बताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार ने प्राइवेट अस्पतालों का लगभग 300 से 400 करोड़ रुपया बकाया देना है लेकिन भुगतान क्लियर न होने कारण IMA को इलाज बंद करने का फैसला लेना पड़ा जिससे लाखों परिवार प्रभावित होंगे।
उन्होने कहा कि गंभीर बिमारियों से जुझते हुए लोग अोर अधिक परेशान हो गए है, उन्हें कोई इलाज के लिए विकल्प न दिख रहा है। जैन ने कहा कि अम्बाला जिला में लाखों परिवार आयुष्मान योजना के तहत रजिस्टर्ड है जिसमें लगभग 70 प्रतिशत मरीज प्राइवेट व संस्थागत अस्पतालों में अपना इलाज करवाते है।
लेकिन प्राइवेट अस्पतालों का करोड़ों रुपये सरकार के पास बकाया है। अब सरकार द्वारा भुगतान क्लियर न करने के कारण व IMA के इस फैसले से योजना से जुड़े लाखों परिवारों के सामने इलाज का संकट खड़ा हो गया है। जैन ने कहा कि आमजन के साथ हरियाणा सरकार का दौहरा रवैया लगातार चलता आ रहा है।
उन्होने कहा कि अगर आम इंसान को आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा ही बंद कर दी जाएगी तो इस कार्ड का कोई महत्व नहीं रह जाएगा। यह सिर्फ आम जनता को बेवकूफ बनाने का एक साधन मात्र बनकर रह जाएगा। जैन ने कहा कि सरकार को तुरंत प्रभाव से प्राइवेट अस्पतालों का बकाया भुगतान देना चाहिए ताकि आमजन को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।