सीवरेज ब्लोकेज या ओवरफ्लो होने की शिकायतों का त्वरित समाधान करने को लेकर नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने निगम अभियंताओं के साथ एक महत्वपूर्ण मीटिंग की। उन्होंने स्पष्टï किया कि इस तरह की शिकायत मिलने पर समय पर उसका समाधान करवाना सुनिश्चित किया जाए, ताकिनागरिकों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
अगर इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही मिली, तो एजेंसी पर पेनल्टी लगाई जाएगी। बैठक में उन्होंने एजेंसी प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि समय पर शिकायतों के निपटान के लिए सुपर सकर व जेंटिंग मशीनों के कार्य के घंटे बढ़ाए जाएं। सीवर मैन की संख्या भी पूरी रहनी चाहिए और इन्हें दो शिफ्टों में लगाया जाए।
300 एम.एम. से बड़ी लाईनो की सफाई के लिए बनाएं योजना- बैठक में उन्होंने 300 एम.एम. से बड़ी सीवर लाईनो की सफाई के कार्य को जल्द मुकम्मल करने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने एजेंसी प्रतिनिधियों को 40 दिन का समय दिया।
उन्होंने कहा कि एक योजना बनाकर इस कार्य को किया जाए। मीटिंग के माध्यम से उन्होंने बताया कि 300 एम.एम. से बड़ी करीब 32 किलोमीटर की सीवर लाईने शहर में मौजूद हैं, जिसमें से 12 किलोमीटर लाईन की सफाई हो चुकी है, शेष 20 किलोमीटर लाईन की सफाई बकेट मशीनों से करवाई जा रही है।
इसके अतिरिक्त 300 एम.एम. से छोटी सीवर लाईनों की सफाई सुपर सकर व जेटिंग मशीनो से करवाई जाती है। उन्होंने नगर निगम के अधीक्षण अभियंता अरविंद रोबिला को निर्देश दिए कि वह सीवर लाईनो के सफाई कार्यों की साप्ताहिक बैठक लेना सुनिश्चित करें।
सभी सीवरेज मेनहोल पर हो ढक्कन- उन्होंने बैठक में मौजूद कार्यकारी अभियंता सतीश शर्मा को निर्देश दिए कि शहर में मौजूद सभी सीवरेज मेनहोल पर ढक्कन होने चाहिए। अगर कोई ढक्कन क्षतिग्रस्त हो गया है तो उसे भी बदला जाए।
उन्होंने एजेंसी प्रतिनिधियों से भी कहा कि सफाई के दौरान मेनहोल पर ढक्कन न मिलने की स्थिति में नगर निगम को सूचना दी जाए। उन्होंने बताया कि करीब 80 मेनहोल कवर निगम के स्टोर में मौजूद हैं।
इसके अतिरिक्त अन्य कवर की भी जरूरत पड़ सकती है, इसके लिए टैण्डर अभी से लगा दिया जाए। उन्होंने छोटी नालियों पर भी स्क्रीनिंग चैम्बर लगाने के निर्देश दिए, ताकि कूड़ा-कचरा नालियों में जा सके।
अमरूत में डली सीवर लाईनो की सफाई हो सुनिश्चित- उन्होंने बैठक में निगम अभियंताओं को निर्देश दिए कि अमरूत परियोजना में डली सीवर लाईनो की सफाई भी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए सम्बंधित एजेंसी को ही संचालन और रख-रखाव का जिम्मा भी दिया गया था।
उन्होंने कहा कि एजेंसी से ही सभी मेनहोल चेक करवाए जाएं कि वह क्रियाशील है या नहीं। अगर कोई मेनहोल बंद मिले तो उसे तुरंत खुलवाया जाए। उन्होंने आगामी 10 दिनों में इसकी जांच कर रिपोर्ट पेश करने के भी निर्देश दिए।
नागरिक टोल फ्री नम्बर पर करें शिकायत- उन्होंने नागरिकों से अपील करते कहा है कि अगर उनके क्षेत्र में सीवरेज ब्लोकेज होने की समस्या है तो वह नगर निगम के टोल फ्री नम्बर 1800 180 2700 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि दर्ज शिकायत का समय पर निपटान करना सुनिश्चित किया जाएगा।
जे.ई. रोजाना रिपोर्ट करें पेश- उन्होंने सीवरेज का कार्य देख रखे कनिष्ठï अभियंता को निर्देश दिए कि बकेट मशीनों द्वारा कितनी लाईनो की सफाई की गई है, इसकी रोजाना रिपोर्ट देना सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त प्रतिदिन कितनी शिकायतें प्राप्त हुई हैं और कितनी का समाधान किया गया है, इसकी भी रिपोर्ट रोजाना भेजी जाए।
सीवर सफाई में उपलब्ध संसाधन- सीवरेज सफाई में लगे संसाधनों की जानकारी देते उन्होंने बताया कि इस काम में 1 बड़ी सुपर सकर मशीन, 2 बड़ी जेटिंग मशीने तथा 2 बोलैरो माउंटिड जेटिंग मशीने लगी हुई हैं। इसके अतिरिक्त 8 बकेट मशीनों द्वारा बड़ी सीवर लाईनो की सफाई की जा रही है। एजेंसी द्वारा 3 अन्य बकेट मशीने भी मंगवाई गई हैं, वह भी सफाई बेड़े में जल्द शामिल होंगी।