नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा के निर्देश पर स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों को लेकर नगर निगम की ओर से अनेक तरह की गतिविधियां की जा रही हैं। इसे लेकर केन्द्रीय मंत्रालय की ओर से दिए गए घटकों पर काम किया जा रहा है।
अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत चालू स्वच्छ सर्वेक्षण को लेकर, नगर निगम करनाल द्वारा बीते शनिवार को 5 स्वच्छता चैम्पियन बनाए गए हैं।
अतिरिक्त निगम आयुक्त ने जानकारी देते बताया कि संदीप लाठर, राजीव वधवा, खालसा कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. बीर सिंह, गीता कीतर्न मंडली स्वयं सहायता समूह उचानी से गीता देवी तथा लड्डïू गोपाल स्वयं सहायता समूह दहा से गुलशन काम्बोज को स्वच्छता चैम्पियन बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि यह सभी स्वच्छता चैम्पियन अलग-अलग एन.जी.ओ., रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन, मार्किट एसोसिएशन तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़े हुए हैं।
उन्होंने बताया कि स्वच्छता चैम्पियन नगर निगम द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 को लेकर की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों में अपना सक्रिय योगदान देंगे। नागरिकों में स्वच्छता की अलख जगाएंगे। शहर वासियों को सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों के तहत कूड़ा पृथक्करण के प्रति जागरूक किया जाएगा तथा विभिन्न तरह के जन जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।
स्वच्छा गृहीयों को दी ट्रैनिंग- अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने बताया कि रविवार को नगर निगम एवं सुगम स्वच्छता एजेंसी की स्वच्छ भारत मिशन टीम ने कूड़ा एकत्र करने वाले टिप्परों के चालक और सहायक जैसे स्वच्छा गृहीयों को ट्रैनिंग दी।
इस दौरान नगर निगम के ट्रीगर मास्ट गुरदेव सिंह तथा सुगम स्वच्छता एजेंसी के मास्टर ट्रेनर विनय कुमार ने कूड़े-कचरे के सैग्रीगेशन को लेकर जागरूक किया और हरा, नीला, पीला, लाल व काले रंग के डस्टबिन में किस तरह का कूड़ा डाला जाता है, की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि हरे रंग के डस्टबिन में गीला कचरा, नीले डस्टबिन में सूखा कचरा, पीले में घरेलू चिकित्सक कचरा, लाल में घरेलू हानिकारक कचरा जैसे नुकीली कांच की चीजें, कैमिकल से सम्बंधित खाली शीशी, हारपिक व तेजाब की बोतल इत्यादि तथा काले रंग के डस्टबिन में ई-वेस्ट जैसे फ्यूज बल्ब, खराब एल.ई.डी. व सी.एफ.एल. लाईट व खराब मोबाईल इत्यादि को डाला जाएगा।
प्रशिक्षण के बाद प्रश्रोत्तरी की गई और सही जवाब देने पर चालक व सहायक को सम्मानित भी किया गया। अतिरिक्त निगम आयुक्त ने बताया कि हमारे स्वच्छा गृही अच्छे से प्रशिक्षित होंगे, तभी वह शहर वासियों को घर से ही कचरे को अलग-अलग करने के प्रति जागरूक कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि ऐसे प्रयासों से ही नगर निगम, सोर्स सैग्रीगेशन और कूड़े-कचरे के सही से निस्तारण में शत प्रतिशत सफलता हासिल करेगा और अन्य शहरों के लिए उदाहरण बनेगा।