इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता तथा कांग्रेस वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा 30 मार्च को थानेसर हल्के के एक दर्जन से अधिक गांव में जनसभाएं आयोजित करके इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार को वोट देने की अपील करेंगे।
इन जनसभाओं की तैयारी को लेकर अशोक अरोड़ा ने आज केडीबी रोड स्थित अपने कार्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की। बैठक में सभी कार्यकर्ताओं से इन चुनावी जनसभा में अधिक से अधिक भीड़ जुटाना की अपील की गई।
बैठक में मेहर सिंह रामगढ़, जसमेर घराडसी, रणबीर बूरा, पूर्व पार्षद ओम प्रकाश ओपी, ओम प्रकाश पलवल,सेवानिवृत्ति डीईटीसी, ओम प्रकाश हथीरा, राजकुमार चौधरी, टेकचंद बरना, सुभाष पलवल, कुलदीप हथीरा, सुभाष पाली, सुभाष मिर्जापुर, रोशन शर्मा सहित अनेक कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से भारी बहुमत से विजय प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल में हरियाणा और देश में भाजपा सरकार ने कोई भी काम नहीं किया।
जनता का हर वर्ग सरकार से दुखी है। भाजपा प्रत्याशी नवीन जिंदल द्वारा कुरुक्षेत्र को अपना परिवार बताने पर तंज कसते हुए अरोड़ा बोले जब कुरुक्षेत्र की जनता कोरोना काल में त्राहि- त्राहि कर रही थी,ऑक्सीजन की कमी के कारण लोग मर रहे थे, दुकानदारों, रेहडी वालों, मजदूर हर किसी का काम धंधा चौपट हो गया था।
रोटी के लाले पड़ गए थे। ऐसे समय में नगर की धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाएं इन लोगों का सहयोग कर रही थी। उस समय में नवीन जिंदल ने कुरुक्षेत्र की जनता की जिसे वह अब अपना परिवार बता रहे हैं उस परिवार की कोई सुध भी नहीं ली थी।
इतना ही नहीं बाढ़ के समय में जब कुरुक्षेत्र डूबा हुआ था, लोग घरों की छत पर बैठे थे, उनके घरों का सारा सामान पानी में डूब गया था, नगरवासी मुसीबत में थे, ऐसे समय में नवीन जिंदल ने इस परिवार की कोई खैर खबर नहीं ली। पिछले 10 साल से गायब रहने वाले नवीन जिंदल को अब चुनाव के समय केवल मात्र वोट बटोरने के लिए कुरुक्षेत्र की जनता की याद आई है।
अशोक अरोड़ा ने यह भी कहा कि अग्रवाल समाज के दानवीर कर्ण माने जाने वाले स्वर्गीय सेठ धर्मचंद के सुपुत्र पूर्व विधायक रमेश गुप्ता की धर्मपत्नी की मृत्यु पर परिवार का दुख बांटने व शोक प्रकट करने तक नहीं आए थे जिंदल। फिर वह किस मुंह से कुरुक्षेत्र की जनता को अपना परिवार कहते हैं।
उन्होंने कहा कि नवीन जिंदल ने 2004 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में यहां से लोकसभा का चुनाव जीता था, उस समय हरियाणा में कांग्रेस ने सभी 10 सीटों पर विजय हासिल की थी। सन 2009 में भी जब नवीन जिंदल कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में यहां से जीत कर गए, तो उसे समय प्रदेश में कांग्रेस ने लोकसभा की 10 में से 9 सीटे जीती थी।
उस समय नवीन जिंदल कांग्रेस के वोट बैंक के सहारे जीते थे।अगर नवीन जिंदल का अपना ही वोट बैंक होता तो 2014 में जिंदल तीसरे नंबर पर ना रहते। पूर्व मंत्री अरोड़ा ने कहा अब नवीन जिंदल भाजपा का टिकट मिलने से कुछ मिनट पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में किस दबाव में शामिल हुए जनता अच्छी तरह जानती है।
आने वाले चुनाव में कुरुक्षेत्र की जनता नवीन जिंदल का सूपड़ा साफ करेगी और गठबंधन के प्रत्याशी डॉ.सुशील गुप्ता को भारी बहुमत से विजय बनाकर लोकसभा में भेजेगी।