जिला पुलिस करनाल द्वारा पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन के कुशल मार्गदर्शन में चोरों की धर पकड़ लगातार जारी है। इसी क्रम में थाना असंध के अंतर्गत जलमाना चौंकी की टीम के हाथों इंचार्ज चौंकी एएसआई जसबीर के नेतृत्व में बड़ी कामयाबी लगी है।
मुख्य सिपाही खुशी राम चौंकी जलमाना की अध्यक्षता में टीम ने जलमाना एरिया से फार्म से लाखों रुपयों की सोलर प्लेट और गोदाम से कोल्ड ड्रिंक पेटियां चोरी करने वाले सात आरोपी अजय पुत्र बीरा राम वासी जलमाना, अजय पुत्र सतपाल वासी जलमाना, गुरमीत पुत्र वेद प्रकाश वासी कबूलपुर खेड़ा, फुलदेव कुमार पुत्र हरिमन महतो वासी पोखरिया राय सरन, बबलू पुत्र बलबीर सिंह वासी कबूलपुर खेड़ा, साहिल उर्फ काला पुत्र राजेश वासी कबूलपुर खेड़ा और सोहन लाल उर्फ सोनू पुत्र रत्न लाल वासी सिरसल कैथल को गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों को बरामदगी के लिए पेश न्यायालय कर रिमांड पर लिया गया। दौराने रिमांड आरोपियों के कब्जे से थाना असंध के अलग-अलग दो मुकदमों में चोरीशुदा 20 सोलर प्लेट और गोदाम से चोरीशुदा 8 पेटी रियल जूस, 5 पेटी रेड बुल, गैस सिलेंडर और वारदात में प्रयोग रेहड़ी व मोटरसाइकिल बरामद की गई। आरोपियों से पूछताछ में पाया गया कि उन सभने मिलकर योजना बनाकर पैसों के लालच में वारदातों को अंजाम दिया है।
इसमें आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने शिकायतकर्ता सुमित वासी मिर्जापुर, कुरुक्षेत्र के जलमाना स्तिथ फार्म से दिनाक 16 मई 2023 को 15 प्लेट और दिनाक 31 दिसंबर को उसी फार्म से 8 सोलर प्लेट चोरी की थी ।
जिस संबंध में नामालुम आरोपियों के खिलाफ थाना असंध में साल 2023 में मुकदमा नंबर 354 और 1 जनवरी 2024 को मुकदमा नंबर 04 दर्ज किया गया था। आरोपियों ने दिनाक 08 फरवरी की रात को शिकायतकर्ता सुनील वासी जलमाना के कबूलपुर रोड पर स्थित गोदाम को फाड़कर सात पेटी रेड बुल, बारह पेटी रियल जूस, सिलेंडर आदि चोरी की वारदात को भी अंजाम दिया था।
जिस संबंध में नामालूम आरोपियों के खिलाफ थाना असंध में चोरी के तहत मुकदमा नंबर 103 दर्ज किया गया था। मामले में बरामदगी के बाद आरोपी अजय, अजय और फूलदेव को दिनाक 13 मार्च को रिमांड पूरा होने पर जेल भेज दिया गया था।
और आरोपी गुरमीत, बबलू, साहिल और सोहन लाल को भी आज पेश न्यायालय कर न्यायिक हिरासत भेज दिया गया है। आरोपियों ने थाना असंध के ही एक अन्य मुकदमे में भी सोलर प्लेट चोरी की वारदात बारे कबूल किया है। जिसमें भी आरोपियों को कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर बरामदगी की जाएगी।