हरियाणा इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी के बेटे एवं बहादुरगढ़ नगर परिषद के पार्षद जितेंद्र सिंह राठी ने पिता की हत्या में सरकार का हाथ बताया है।
उन्होंने कहा कि काफी समय पहले SP को लिखित में देकर बताया कि खतरा किससे है। सबूत भी दिए, लेकिन जानकारी होने के बाद भी उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
बहुत कोशिश की, सरकार के पास गए, लेकिन सरकार ने मदद नहीं की और उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया। इसका ही नतीजा है कि नफे सिंह राठी की हत्या कर दी गई।
वहीं, कहा कि राठी पर पूर्व मंत्री मांगेराम नंबरदार के बेटे एवं बीजेपी नेता जगदीश नंबरदार को आत्महत्या के लिए मजबूर करने की FIR तथ्यहीन व झूठा मामला था, इसलिए उस मामले में बेल हो चुकी थी।
उन्होंने कहा कि राठी ने टर्की में हुए कुश्ती से जुड़े कार्यक्रम में देश का नेतृत्व किया था। वे आम हस्ती नहीं थे, देश के लिए मरने-मिटने वालों में से थे। वह नेवी में रहे हैं। पहलवानी भी की और केसरी रहे हैं।
बेटा जितेंद्र ने बताया कि रविवार डेढ़ बजे उनके पिता रूटीन के कार्यक्रमों के लिए निकले थे। करीब सवा 5 बजे सूचना आई की गोली मारी गई है। सूचना पाकर वे तीनों अस्पताल पहुंचे।
गाड़ी पर काफी गोली चलाई गई थीं और नफे सिंह राठी को काफी गोलियां लगीं। डॉक्टरों ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं बचा पाए।
उन्होंने बताया कि गाड़ी में 4 लोग थे। आगे वाली सीट पर राठी बैठे थे और पीछे वाली सीट पर गनमैन व नफे सिंह के करीबी तथा पार्टी वर्कर जयकिशन दलाल बैठे थे। उनकी बुआ का लड़का गाड़ी चला रहा था। हम चाहेंगे कि इसकी जांच उच्च अधिकारी करें।