हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने अंबाला स्थित अपने आवास पर आज प्रदेश के कोने-कोने से उमड़े सैकड़ों फरियादियों की समस्याओं को सुना। गृह मंत्री अनिल विज का जनता दरबार आजकल रद्द है, मगर इसके बावजूद प्रतिदिन उनके आवास पर फरियादी उमड़ रहे हैं।
श्री विज ने जनता की सुनवाई करते हुए हत्या एवं अन्य मामलों की जांच के लिए छह अलग-अलग एसआईटी गठित करने के निर्देश दिए तथा कई मामलों में जांच सही तरीके से नहीं करने वाले आईओ (जांच अधिकारी) को भी बदलने के निर्देश दिए।
कबूतरबाजी के भी कई मामलों की जांच उन्होंने एसआईटी को सौंपी। शनिवार सैकड़ों की संख्या में आए फरियादियों की समस्याओं का गृह मंत्री अनिल विज ने सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए।
इन मामलों में गृह मंत्री अनिल विज ने गठित की एसआईटी
महेंद्रगढ़ से आए फरियादी ने गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि उसके भाई को आग लगाकर आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है और जांच भी तेज नहीं हो रही है। गृह मंत्री ने एसपी, महेंद्रगढ़ को मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
कैथल से आए परिवार ने गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि उनकी बेटी की हत्या ससुराल पक्ष द्वारा सोनीपत में कर दी गई थी। मौत के बाद पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया था कि आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, मगर आज तक न मामला दर्ज किया गया और न ही किसी आरोपी को गिरफ्तार किया गया। गृह मंत्री अनिल विज ने सोनीपत पुलिस कमिश्नर को मामले में एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
चरखी-दादरी से आई महिला ने बताया कि उसके पति की मौत कुछ माह पूर्व सड़क हादसे में हो गई थी। हादसे के बाद पुलिस ने केवल अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर खानापूर्ति की। आज तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। गृह मंत्री अनिल विज ने एसपी, चरखी-दादरी को एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।
पलवल के गांव खाम्बी से आए फरियादी ने गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि गांव के जोहड़ पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा किया गया है। इस मामले में उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया था और अदालत से कब्जा हटाने के निर्देश दिए थे।
प्रशासन ने कार्रवाई के लिए टीम भेजी, मगर प्रभावीशाली लोगों ने कार्रवाई नहीं होने दी। गृह मंत्री ने डीसी, पलवल को एसआईटी गठित करते हुए अदालत के आदेशानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
सिरसा से आए फरियादी ने गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि उसने प्रापर्टी डीलर से प्लॉट की खरीद की थी, जब वह निर्माण करने लगे तो कुछ अन्य लोगों ने आकर प्रापर्टी पर अपना हक जताया।
इस मामले उन्होंने केस दर्ज कराया और पुलिस ने जब राजस्व रिकार्ड चैक किया तो उसमें भी गड़बड़ी पाई गई। उसने आरोप लगाया कि मामले में तहसील कार्यालय के कर्मियों ने मामले में मिलीभगत की है। गृह मंत्री ने सिरसा के डीसी को एसआईटी गठित कर जांच के निर्देश दिए।