कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की संरक्षता में बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा अजरबैजान के एडीए विश्वविद्यालय के बीच आपसी शैक्षणिक सहयोग के लिए ऑनलाइन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर अजरबैजान के एडीए विश्वविद्यालय के वाइस रेक्टर फरीज इसमाईलजेड, राजदूत एलचिन हुसैनली सहित कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनिल वशिष्ठ, डीन रिसर्च एंड डेवलेपमेंट प्रो. दिनेश कुमार, डीन फैकल्टी ऑफ इंडिक स्टडीज प्रो. रामविरंजन, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी, उपनिदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, डॉ. गुरचरण सिंह, ओएसडी पवन रोहिल्ला, डॉ. जितेन्द्र जांगडा, नरेन्द्र निम्मा, आर्य व अनूप उपस्थित थे।
इस मौके पर कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने समझौते के लिए बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा, खेल व संस्कृति के क्षेत्र में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय सबसे श्रेष्ठ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण पर जोर दिया गया है जिसमें मुख्य रूप से युवाओं में स्किल डेवलपमेंट, इंटर्नशिप के माध्यम से रोजगार परक शिक्षा देना शामिल हैं।
इसी के मद्देनजर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के हितों के लिए संकल्पबद्ध है। इस होने वाले समझौते के तहत कुवि के विद्यार्थियों को कला के क्षेत्र में इंटर्नशिप कार्यक्रम, प्रशिक्षण सत्र, सम्मेलनों, कार्यशालाओं और प्रदर्शनियों में भागीदारी, व्यावसायिक विकास कार्यक्रमों, सेमिनार, छात्रों का आदान-प्रदान, संयुक्त रूप से पीएचडी व स्नातकोत्तर डिग्री, व्यावहारिक कार्यों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी जिसके तहत कुवि विद्यार्थियों को कला क्षेत्र के साथ-साथ उद्योग के क्षेत्र में इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट, शोध व नवाचार के सुनहरे अवसर मिलेंगे। केयू विभिन्न विदेशी विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू के माध्यम से कुवि के विद्यार्थियों में विशिष्ट कौशल विकसित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर राष्ट्र निर्माण व विकसित भारत में योगदान देने के लिए सक्षम बनाने का कार्य कर रहा है।
एडीए विश्वविद्यालय के वाईस रेक्टर फरीज इसमाईलजेड ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के साथ वर्ष 2024 में समझौता करना हमारे लिए गर्व की बात है और भारत के साथ अजरबैजान के संबंध हमेशा अच्छे रहे हैं और भविष्य में भी शिक्षा के क्षेत्र में दोनों विश्वविद्यालय मिलकर विद्यार्थियों के लिए शोध व शिक्षा के क्षेत्र में अच्छा कार्य करेंगे। इस मौके पर भारत में अजरबैजान के राजदूत एलचिन हुसैनली ने भी दोनों विश्वविद्यालय के अधिकारियों को शैक्षणिक सहयोग के लिए बधाई दी और भविष्य में भी इस तरह के शैक्षणिक समझौतों को करने का आश्वासन दिया।