मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं। मलिक ने किसानों से कहा कि वह लड़ने से पहले सवालों को समझें और वह सबसे पहले राज बदलें, फिर एकजुट होकर अपनी सरकार बनाएं।
वह रविवार को हरियाणा के जींद ज़िले के गांव कंडेला में कंडेला खाप एवं माजरा खाप द्वारा आयोजित किसान सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान खुद को ताकतवर बनाएं, लेकिन यह तभी संभव है, जब दिल्ली में लाल किले पर खुद का झंडा फहराओगे।
उन्होने कहा कि, “मैं प्रधानमंत्री साहब के पास मिलने के लिए गया। मैं यह नहीं बताऊंगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने क्या उत्तर दिया ,लेकिन यह बहुत दर्दनाक था और मैंने फैसला किया कि मैं अंत तक बोलूंगा। मेरे दोस्तों ने मुझे सुझाव दिया कि अगर आप चुप रहेंगे तो आप राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बन सकते हैं। लेकिन मैंने कहा कि मैं ऐसे पदों को लात मारता हूं।”
खापों की ओर से उन्हें पगड़ी और भाईचारे की मिसाल हुक्का भेंट किया गया। उन्होंने खापों द्वारा दिए गए किसान सम्मान रत्न को ग्रहण करने के बाद उन किसानों को वापस कर दिया, जिन्होंने किसान आंदोलन में अपनी जान गंवाई।