“अंकल, मैं फुरलक स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा हूूं तथा सरकार की बुनियाद योजना के तहत कोचिंग लेने के लिए करनाल जाती हूं पर मेरा बस का पास नहीं बनता जिसके कारण मुझे पूरा किराया अदा पड़ता है। हमारे परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।”
तीन दिन पूर्व जब विकसित भारत संकल्प जनसंवाद यात्रा घरौंडा हलके के गांव फुरलक पहुंची तो इस दौरान खुशी नामक छात्रा ने विधायक हरविंद्र कल्याण के सामने यह समस्या रखी। छात्रा ने विधायक कल्याण को एक लिखित अर्जी भी दी जिसमें उसने आवेदन किया कि वह फुरलक के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की छात्रा है तथा सरकार की ‘बुनियाद योजना’ के तहत करनाल में कोचिंग कर रही है, परन्तु उसको सरकार की ओर से यातायात की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इस कारण उसे सरकारी बस में भी पूरा किराया अदा करना पड़ रहा है।
विधायक कल्याण ने मौके पर जब जिला के शिक्षा व परिवहन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि ‘बुनियाद योजना’ के तहत शहर जाकर कोचिंग लेने या शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के लिए राज्य परिवहन की बसों में मुफ्त पास का कोई भी प्रावधान नहीं है।
विधायक कल्याण ने गुरुवार को चंडीगढ़ में केन्द्रीय योजनाओं की समीक्षा के लिए गठित राज्य स्तरीय कमेटी की बैठक में छात्रा के इस विषय को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के समक्ष उठाया। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विभाग को ‘बुनियाद योजना’ में पंजीकृत विद्यार्थियों के लिए यातायात का प्रावधान करने के आदेश दिए। विधायक कल्याण ने बताया कि इस बारे में शिक्षा विभाग द्वारा जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे।
अब ‘बुनियाद योजना’ के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों के यातायात का खर्चा प्रदेश सरकार वहन करेगी। इससे योजना के तहत पंजीकृत विद्यार्थियों के परिजनों पर वित्तीय बोझ नहीं पड़ेगा। विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल समाज के हर वर्ग की समस्याओं के समाधान के प्रति संवेदनशील हैं।
उन्होंने इस समस्या का समाधान करने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा की धरती से शुरू किए गए “बेटी बचाओ – बेटी पढ़ाओ” अभियान की सफलता के पीछे मुख्यमंत्री की महिलाओं व बेटियों को सशक्त करने के प्रति गंभीरता भी एक बड़ा कारण है।