हरियाणा कारागार के महानिदेशक मोहम्मद अकील ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2023 में बंदियों की शिल्पकला को पर्यटकों ने बहुत पंसद किया। इन बंदियों ने अपने हाथों से एक से एक अच्छा और उच्च गुणवता का समान तैयार किया। इस महोत्सव में कुल 7 लाख 95 हजार का कारोबार किया।
महानिदेशक मोहम्मद अकील ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के सरस मेले में स्टॉल नंबर 628 और 629 पर 8 जिलों के बंदियों द्वारा बनाए गए लकड़ी के सोफे, मोबाईल स्टैंड, पोट, स्टूल, बैंच, आंवला कैंडी, कपड़े से बने समान सहित अन्य उत्पादों को पर्यटकों के लिए रखा गया है।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र जेल, सेंटरल जेल अंबाला, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, पंचकूला, हिसार सेंटरल जेल-1 और हिसार जिला जेल-2 की जेलों के बंदियों ने बहुत सुंदर और अच्छी गुणवता के उत्पाद तैयार किए है। इन उत्पादों को अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में रखा गया है और पर्यटक इन उत्पादों को हाथों-हाथ खरीद रहे है। इन उत्पादों की गुणतवा बाजार के उत्पादों से कहीं ज्यादा अच्छी है और दाम भी आधे है।
उन्होंने कहा कि महोत्सव-2023 में पर्यटकों द्वारा लगभग 5 लाख 75 हजार का समान खरीदा गया और 2 लाख 20 हजार रुपए के समान के आर्डर भी प्राप्त हुए है। इस शिल्पकला की पर्यटकों ने खूब सराहना की है।
प्रदेश की सभी जेलों में कैदी व बंदियों के पुनर्वास हेतू व्यावसायिक कोर्स चला रहे है ताकि कैदी व बंदियों को निपुण बनाया जा सके और वे अपनी आजीविका कमा सके। कैदी व बंदी अपनी सजा समाप्त होने या जमानत पर छूटने के बाद समाज की मुख्य धारा से जुड़ सके।
जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत ने कहा कि इस स्टॉल पर जेल कर्मचारियों की देखरेख में उत्पादों की बिक्री की जा रही है। इस कर्मचारी के अनुसार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में बंदियों के हाथों से बने समान को पर्यटक खूब पंसद कर रहे है। इन बंदियों की शिल्पकला को देखकर हर कोई हैरान है। इन बंदियों ने बाजार से भी अच्छे फर्नीचर, घर के सजावट का समान, आंवला कैंडी, तेल जैसे उत्पाद भी तैयार किए है।
अब तक 7 लाख 95 हजार रुपए के उत्पाद बेचे जा चुके है। महानिदेशक मोहम्मद अकील की दूरदर्शिता व अथक प्रयासों से कैदी व बंदियों के पुनर्वास हेतू जेल फिलिंग स्टेशन कुरुक्षेत्र की कामयाबी के बाद महोत्सव में बंदियों की शिल्पकला को बढ़ावा देने का काम किया है।