करनाल के डीसी अनीश यादव के नेतृत्व में गुरुवार को सदरपुर गांव में यमुना के इलाके में ड्रोन से निगरानी का पूर्वाभ्यास किया गया। इस दौरान ड्रोन ने उस इलाके में उड़ान भरी, जहां अकसर अवैध माइनिंग की शिकायत मिलती है। इस दौरान ड्रोन की मदद से रात के अंधेरे में भी उस इलाके की बेहतर वीडियो फुटेज प्राप्त हुई।
डीसी अनीश यादव ने कहा कि ड्रोन की निगरानी से अवैध माइनिंग पर शिकंजा कसने में मदद मिलेगी। इसी कड़ी में गुरुवार देर रात करीब 9 बजे जिला प्रशासन करनाल की टीम यमुना से लगते सदरपुर गांव में पहुंची। यहां यमुना के क्षेत्र में ड्रोन ने उड़ान भरी और उस इलाके की बिल्कुल स्टीक वीडियो फुटेज उपलब्ध करवाई। इस वीडियो फुटेज में आसानी से न केवल व्यक्ति बल्कि वाहन को भी पहचाना जा सकता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में अब इस ड्रोन के माध्यम से ही अवैध माइनिंग के इलाके में निगरानी की जाएगी।
जिलास्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में लिया गया था फैसला
गौरतलब है कि करनाल में यमुना से लगते इलाकों में अकसर अवैध माइनिंग की शिकायत प्राप्त होती हैं। इसके मद्देनजर जिलास्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में डीसी अनीश यादव ने इन इलाकों में ड्रोन से निगरानी करने के निर्देश दिए थे। इसे अब अमल में लाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। डीसी अनीश यादव ने कहा कि गुरुवार को ड्रोन से निगरानी का पूर्वाभ्यास सफल रहा। जल्द ही इसे रूटीन में अमल लाया जाएगा। इससे अवैध माइनिंग करने वालों पर रोक लगेगी और पुलिस को ऐसे आरोपियों को पकडऩे में भी मदद मिलेगी।