भारतीय किसान यूनियन सर छोटूराम ने घरौंडा में एक खाद डीलर द्वारा नकली डीएपी खाद बेचे जाने के मामले की जांच करवाने के लिए सरकार से उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित करने की मांग की है। नकली खाद के प्रयोग से जिन किसानों को नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई के लिए सरकार से आर्थिक मदद भी मांगी है।
शुक्रवार को किसानों ने प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय में सीटीएम को सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा। किसान नकली और असली खाद लेकर विरोध जाहिर कर रहे थे। भाकियू सर छोटूराम के प्रवक्ता बहादुर मेहला बलड़ी व कोर कमेटी सदस्य जगदीप ओलख ने कहा कि घरौंडा के जमालपुर गांव निवासी किसान प्रदीप की 40 एकड़ में लगी आलू की फसल नकली खाद की वजह से बर्बाद हो गई।
धमेंद्र और नरपाल विर्क बहुतेरे किसान भी नकली खाद की वजह से आर्थिक संकट में आ गए हैं। घरौंडा में जो डीलर नकली खाद बेचने का काम कर रहा था, उस पर किसानों ने ताला जड़ दिया था। कृषि विभाग ने डीलर का खाद बेचने का लाइसेंस केंसिल कर दिया है और गोदाम से सेंपल भी भर लिए।
किसानों की मांग है कि जांच कमेटी गठित कर आगे की कार्रवाई करवाई जाए। आरोपी डीलर पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए। अंदेशा है कि नकली खाद बेचने वालों का गिरोह सक्रिय है, जो कृषि विभाग के कुछ लालची अधिकारियों से मिलकर किसानों को लूटने का काम कर रहा है। किसान नकली दवाइयों की बिक्री किए जाने का भी आरोप लगा रहे हैं।
डीएपी और यूरिया खाद के साथ किसानों को घटिया दवायां किसानों को जबरन दी जाती हैं। यह किसानों को बर्बाद करने की बड़ी साजिश है। इस अवसर पर जगदीप ओलख, बहादुर मेहला बलड़ी, अमृपाल बुगगा गोंदा, छत्रपाल सिंधड़ जिला प्रधान, अमनदीप बब्बर, राममेहर नंबरदार, हैप्पी औलख, अमनदीप बब्बर निसिंग, अजय राणा घरौंडा, सुनील पुनिया व राजवीर ताऊ आदि मौजूद रहे।