करीब 13 वर्ष पूर्व हुई एक युवती की हत्या की वारदात को सुलझाते हुए झज्जर पुलिस द्वारा उपरोक्त मामले के अतिवांछित एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की गई है।
बहादुरगढ़ में करीब 13 साल पहले इज्जत-आबरू के नाम पर किए गए गुनाह के मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए सीआईए टू बहादुरगढ़ की टीम द्वारा अति वांछित 5000 के इनामी आरोपी को गिरफ्तार करने में झज्जर पुलिस को कामयाबी मिली है।
सीआईए टू बहादुरगढ़ के प्रभारी इंस्पेक्टर विवेक की टीम ने ऑनर किलिंग से जुड़े करीब 13 साल पुराने एक मामले में नाबालिग मृतका के आरोपी पिता को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
आरोपी को बिहार के खगड़िया क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया और उसे राहदारी रिमांड के बाद बहादुरगढ़ लाकर माननीय अदालत से एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया। रिमांड अवधि समाप्त होने पर आरोपी को आज माननीय अदालत में पेश करके 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक डॉ अर्पित जैन के मुताबिक बहादुरगढ़ के लाइनपार पुलिस स्टेशन में दिनांक 22 अगस्त 2010 को वार्ड पार्षद दिनेश कुमार के बयान के आधार पर एक युवती की हत्या एवं साक्ष्य नष्ट करने का मामला दर्ज किया गया था।
दर्ज मामले के मुताबिक करीब 16 -17 साल की नाबालिग युवती को गला दबाकर हत्या के बाद शव को एक बोरे में बंद करके गंदे नाले में फेंक दिया गया था। पुलिस ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए मृतका की आरोपी मां एवं बहन को गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था, जबकि मृतका का पिता बहादुरगढ़ से फरार हो गया था, जिसे बाद में अदालत ने पीओ घोषित कर दिया था और उस पर रोहतक पुलिस रेंज के आईजी के द्वारा 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। तमाम प्रयासों के बावजूद वह पुलिस गिरफ्त से बचता रहा।
जैन ने इस मामले को जांच के लिए कुछ समय पहले सीआईए टू को सौपा था। जिसके पश्चात सीआईए-2 के प्रभारी इंस्पेक्टर विवेक की टीम ने इस मामले की गहनता से छानबीन करते हुए आरोपी के बारे में सूचनाओं को एकत्रित करना शुरू किया।
पुलिस के प्रयास रंग लाए और स्टीक जानकारी के आधार पर ही सीआईए टीम द्वारा आरोपी खुशी लाल को बिहार के खगड़िया क्षेत्र से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की गई। आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल करते हुए खुलासा किया कि इज्जत-आबरू की खातिर उसने अपनी नाबालिग बेटी की हत्या की थी।