सिक्किम में एक और झील टूटने की कगार पर है। राजधानी गंगटोक से 135 किमी दूर स्थित लाचेन वैली की शाको चू लेक गंभीर हालत में है।
इसे ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड से ठीक पहले की अवस्था कहा जा सकता है। जिला प्रशासन ने इमरजेंसी अलर्ट जारी किया है और संबंधित इलाकों से लोगों को हटाना शुरू कर दिया है।
इससे पहले 3 अक्टूबर को बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आई बाढ़ ने राज्य में अभी तक तबाही मचाई हुई है। 4 जिलों- मंगन, गंगटोक, पाक्योंग और नामची में बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
6,875 लोग राज्य भर में बनाए गए 22 रिलीफ कैंप में रह रहे हैं। वहीं, इस आपदा में जान गंवाने वालों की संख्या शुक्रवार देर रात तक बढ़कर 26 हो गई है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है।
मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए सेना के 23 जवानों में से 7 के शव नदी के निचले इलाकों से बरामद कर लिए गए हैं।
लापता जवानों में से एक को बचा लिया गया था। 15 जवान समेत कुल 143 लोग अभी भी लापता हैं।