पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह एक बार फिर से अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने की तैयारी में जुट गए हैं। इस बार चौ. बीरेंद्र सिंह राजनीतिक कार्यक्रम की बजाए गैर राजनीतिक कार्यक्रम के माध्यम से अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करेंगे। चौ. बीरेंद्र सिंह जींद के एकलव्य स्टेडियम में 2 अक्तूबर को ‘मेरी आवाज सुनो’ सम्मेलन कर अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएंगे।
हालांकि यह कार्यक्रम गैर राजनीतिक बताया जा रहा है और इस कार्यक्रम के माध्यम से चौ. बीरेंद्र सिंह किसान, कमेरा व व्यापारी वर्ग की समस्याओं को उठाकर विशेषज्ञों के माध्यम से उनका समाधान देने की बात रह रहे हैं लेकिन राजनीतिक विशेषज्ञ इस कार्यक्रम को चौ. बीरेंद्र सिंह द्वारा इस कार्यक्रम के माध्यम से राजनीति में अपने कद का ऐहसास करवाने से जोड़ कर देख रहे हैं।
कार्यक्रम के आयोजकों का कहना है कि 2 अक्तूबर को एकलव्य स्टेडियम में होने वाले इस सम्मेलन में राजनीतिक लोगों की बजाए हर विषय के विशेषज्ञ शिरकत करेंगे, जो समाज के विभिन्न वर्गों के सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा करके उसके समाधान देंगे।
चौ. बीरेंद्र सिंह राजनीति के पुराने खिलाड़ी रहे हैं और उनके पास राजनीति का काफी लंबा अनुभव रहा है। राजनीति में वह बेबाक नेता के तौर पर जाने जाते हैं। 16 अगस्त 2019 को चौ. बीरेंद्र सिंह ने जींद के इसी एकलव्य स्टेडियम में भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की रैली का आयोजन कर विरोधियों को अपनी राजनीतिक ताकत का ऐहसास करवाया था। अमित शाह ने भी चौ. बीरेंद्र सिंह की पीठ थपथपाई थी। अब चार साल बाद चौ. बीरेंद्र सिंह एक बार फिर उसी मैदान से अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने का प्रयास करेंगे।
एचपीएससी के पूर्व मेंबर एवं कार्यक्रम के संयोजक जयभगवान गोयल ने कहा कि सम्मेलन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। यह एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान, कमेरा व व्यापारी वर्ग के सामने आने वाली समस्याओं पर चर्चा करने के साथ-साथ उनका समाधान ढूंढ़ा जाएगा।
सम्मेलन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। भीड़ के मामले में यह सम्मेलन सारे रिकार्ड तोड़ेगा। इस सम्मेलन में राजनीतिक लोगों की बाजए विशेष विशेषज्ञ शिरकत करेंगे। इस सम्मेलन के माध्यम से हर वर्ग की समस्याओं पर मंथन कर उनका समाधान देने का प्रयास किया जाएगा।