हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि आज उनके जगाधरी स्थित कार्यालय पर बहुत बड़ी संख्या में वो अभिभावक मिलने के लिए पहुंचे जिनके बच्चे सीबीएसई पाठ्यक्रम से कक्षा आठ में हरियाणा प्रदेश में भिन्न भिन्न विधालयों में पढ़ रहे हैं,अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल के सम्मुख समस्या रखी की सीबीएससी के हर स्कूल का पाठ्यक्रम अलग है, हर स्कूल में एनसीईआरटी की पुस्तकें नहीं लगी हुई हैं, लगभग हर स्कूल ने अलग-अलग प्राईवेट पब्लिकेशन की पुस्तकें पढ़ाई के लिए लगवाई हुई है, ऐसे में अगर बोर्ड पेपर लेता है तो यह सभी बच्चों के लिए संभव नहीं होगा कि वह उसकी तैयारी कर पाएंगे.
सीबीएसई से सम्बंधित ज्यादातर विद्यालयो में सीबीएसई पाठ्यक्रम के अंतर्गत प्राइवेट पब्लिकेशन की पुस्तकें लगी हुई है जिन्हें विद्यार्थियों ने पढ़ा है यह पुस्तक लगभग हर विद्यालय में अलग-अलग होती हैं ,ऐसे में एक जैसा पेपर बोर्ड द्वारा लेना वर्तमान में ठीक नहीं है, जब बच्चों ने तैयारी प्राइवेट पब्लिकेशन की पुस्तकों की है तो बच्चे एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का पेपर कैसे दे पाएंगे,अभिभावकों ने बताया कि स्कूलों में बच्चों ने तैयारी सेमेस्टर सिस्टम के हिसाब से की हुई है ऐसे में पूरे पाठ्यक्रम का एक साथ पेपर लेना अब ठीक नहीं है,अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री कंवरपाल से गुहार लगाते हुए कहा कि इस साल एकदम से साल के अंत में ऐसे बोर्ड की परीक्षा लेना ठीक नहीं है.
अगर आप अगले सत्र के शुरू में ही घोषणा कर देंगे की आठवीं कक्षा का बोर्ड का एग्जाम होगा तो हम इस पर कोई आपत्ति नहीं है हम उस निर्णय का स्वागत करेंगे,अभिभावकों की बात सुनकर शिक्षा मंत्री चौधरी कंवरपाल ने कहा कि वह इस बारे में अधिकारियों से बात करेंगे व निर्णय पर पुनर्विचार करेंगे