हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि प्रदेश का ऐसा कोई गांव नहीं जो विकास से अछूता हो, मुख्यमंत्री ने हर क्षेत्र में बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए है। मुख्यमंत्री ने ग्रांट भेजते समय कभी किसी सरपंच की पार्टी नहीं पूछी और सभी को विकास के लिए समान ग्रांट दी।
स्कूल शिक्षा व वन मंत्री कंवरपाल ने रविवार को सढौरा विधानसभा क्षेत्र के गांव कोतरखाना, ककडौनी, कोटला व ललहाडीकलां गांव में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किए। इन कार्यक्रमों में उन्होंने जनता से सीधा संवाद किया और सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में जानकारी दी।
जन संवाद कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री ने उपस्थित ग्रामीणों से पूछा कि अब तो कोई यह नहीं कहता कि सभी विकास कार्य रोहतक में हो रहे है? पिछली सरकारों में भेदभाव से विकास कार्य करवाए जाते थे परंतु अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल इतना ही कार्य करनाल में करवाते है और अन्य जिलों में भी। मंत्री ने ग्रामीणों से पूछा कि पिछले 8 वर्षो में कुछ विकास कार्य हुए या नहीं? ग्रामीणों ने एकमत से कहा कि उनके छोटे-छोटे गांवों में करोड़ों रुपये के विकास कार्य हो रहे है।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में ऐसी योजना बनाई अब गरीब का बच्चा भी बिना किसी खर्चे के अपनी पढ़ाई पूरी कर सकता है। अब सरकार की योजना के अनुसार गरीब का बच्चा भी एचसीएस बन सकता है जबकि पहले की सरकारों में राजनेता के रिश्तेदार या परिवार के लोग इन पदों पर लगते थे।
मंत्री ने जन संवाद करते हुए कहा कि विपक्ष के लोग कहते है कि हम पोर्टल बंद कर देंगे, नौकरियों के लिए मैरिट को फाड़ देंगे, क्या यह सही होगा? अब पोर्टल के माध्यम से हर आदमी को समान न्याय मिल रहा है। मैरिट में गरीब का बच्चा भी अपनी इच्छा अनुसार उच्च पद पर पंहुच रहा है। ऐसे लोगों का ध्यान करना है जो सही योजनाओं का विरोध करते है। उन्होंने कहा कि पोर्टल इंसाफ करता है किसी का पद व जाति के हिसाब से काम नहीं करता।
मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने परिवार पहचान पत्र बना कर लोगों को विकास से जोड़ा है, अब परिवार पहचान पत्र के अनुसार आयुष्मान कार्ड, बीपीएल, चिरायु कार्ड व लोगों को अन्य सुविधाएं मिल रही है, पहले जान-पहचान वाले लोगों को ही सुविधाओं का लाभ मिलता था।
मंत्री ने जन संवाद में कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के गरीब के स्वास्थ्य की चिंता की है। आयुष्मान कार्ड से अब गरीब व्यक्ति 5 लाख तक का स्वास्थ्य खर्च कर सकता है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने ऐसे लोगों के लिए चिरायु योजना की शुरूआत की है जो आयुष्मान योजना के अंदर नहीं आते, जबकि पहले केवल 30 हजार रुपये खर्च के लिए कार्ड बनाए जाते थे।
मंत्री ने कहा कि 8 साल पहले प्रदेश में बिजली 10 से 12 घण्टें मिलती थी, गर्मी में लोगों का पसीना भी नहीं सुखता था उस समय के राजनेता 24 घण्टे बिजली देने का वादा करते रहे परंतु उनके वादे खोखले रहे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐसी व्यवस्था की है कि प्रदेश के करीब 5600 गांवों में 24 घण्टें बिजली मिल रही है और अन्य शेष गांवों में भी 18 से 22 घण्टे बिजली मिल रही है।