आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने बुधवार को आशा वर्करों की हड़ताल को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने कहा कि प्रदेश की 20 हजार आशा वर्कर्स अपनी मांगों व समस्याओं के समाधान के लिए आठ अगस्त से हड़ताल पर हैं।
रक्षाबंधन पर्व पर यमुनानगर में पुलिस के साथ संघर्ष में आशा वर्कर की मृत्यु हो गई, लेकिन खट्टर सरकार इनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार आशा वर्कर्स की मांगों और समस्याओं को अनदेखा कर रही है।
जबकि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 5000 से ज्यादा आंगनवाड़ी वर्कर्स को नियुक्ति पत्र दिया गया। हरियाणा की खट्टर सरकार का महिला विरोधी चेहरा प्रदेश के सामने आ रहा है। आम आदमी पार्टी आशा वर्कर्स के संघर्ष में मजबूती के साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित हैं। विशेषकर महिलाओं व बच्चों व टीकाकरण अभियान बिल्कुल भी सही नहीं चल रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से हठधर्मिता अपनाए हुए हैं।
उन्होंने कहा कि 28 अगस्त को विधानसभा कूच के लिए चंडीगढ़ जा रही हजारों आशा वर्कर्स को पुलिस द्वारा रोके जाने पर और उन्हें हिरासत में लिए जाने की कार्रवाई की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी मांगों के बारे में आवाज उठाना प्रदेश की जनता का हक है।
उन्होंने आशा वर्कर्स की हड़ताल और आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार को आंदोलनकारी आशा वर्कर्स के साथ बातचीत की पहल करनी चाहिए।
हरियाणा विधानसभा का घेराव के दौरान धक्का-मुक्की में घायल हुई यमुनानगर की आशा वर्कर की मौत के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष चित्रा सरवारा ने प्रदेश सरकार को घेरा है। चित्रा ने कहा कि प्रदेश की 20 हजार आशा वर्कर्स अपनी मांगों और समस्याओं के समाधान के लिए 8 अगस्त से हड़ताल पर हैं।
रक्षा बंधन पर्व पर यमुनानगर में पुलिस के साथ संघर्ष में आशा वर्कर की मृत्यु होना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन खट्टर सरकार इनकी बात सुनने को तैयार नहीं।
उन्होंने 28 अगस्त को विधानसभा कूच के लिए चंडीगढ़ जा रही हजारों आशा वर्कर्स को पुलिस द्वारा रोके जाने पर और उन्हें हिरासत में लिए जाने की कार्रवाई की कड़ी निंदा की।