आज सिरसा के गांव में हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि गत दिनों घग्घर में आई बाढ़ के दौरान 55 हजार क्यूसिक तक पानी पहुंच गया था। यदि इस पानी को नहीं रोका जाता तो, एक से दो फसलें हमारी बर्बाद हो सकती थी, लेकिन जिला में बाढ़ आने से पहले ही प्रशासन ने ग्राम पंचायतों व ग्रामीणों के सहयोग से अलर्ट मोड पर आकर पूरे एरिया को कवर किया।
इसके अलावा जिन लोगों ने पानी को रोकने के लिए अपनी जेसीबी मशीनें, ट्रैक्टर ट्रॉलियां दी वे भी धन्यवाद के पात्र हैं। यह एक युद्ध था, जिसे एकजुटता से जीता गया है, इसके लिए आप सभी के हौसले को सलाम करता हूं। हिमाचल और पंजाब के विभिन्न इलाकों में अभी भी लोगों को आपदा के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
वीरवार को जिला के गांव पंजुआना के निजी पैलेस में आयोजित सम्मान समारोह में बिजली मंत्री ने लाइव संबोधन के माध्यम से घग्घर में आई बाढ़ के दौरान लोगों के हौसले व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उपायुक्त पार्थ गुप्ता भी मौजूद थे।
उपायुक्त ने संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार सिरसा की घग्गर नदी में उम्मीद से अधिक व रिकॉर्ड क्यूसिक पानी पहुंचा है, जिस कारण बांध में बड़ी लीकेज होने की संभावना बढ़ गई थी, लेकिन ग्रामीणों के सहयोग व हौंसले के कारण हम उस परीक्षा की घड़ी को संभालने में कामयाब रहे।
पड़ोसी गांवों के लोगों ने भी अपना पूर्ण सहयोग करते हुए ठीकरी पहरे लगाए और लगातार चिन्हित गांवों के तटबंधों पर नजर बनाए रखी। इसके साथ-साथ संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी कड़ी मेहनत करते हुए इस लड़ाई को जीतने में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि जिला सिरसा को बाढ़ से बचाने की इस लड़ाई को अकेले नहीं जीता जा सकता था, इसके लिए सामूहिक एकजुटता बहुत जरूरी थी। इसी भावना के साथ सभी ग्राम पंचायतों, ग्रामीणों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के साथ-साथ, अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी जो योगदान दिया है, वो सराहनीय है, इसके लिए वे बिजली मंत्री व जिला प्रशासन की तरफ से सबका आभार व धन्यवाद व्यक्त करता हूं।