देश में पहली बार यमुना नदी से सटे छह जिलों के लिए हरियाणा सरकार नई पॉलिसी बनाने जा रही है। इसके तहत यमुना में आई बाढ़ या ज्यादा बारिश से यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, पलवल व फरीदाबाद के खेतों में जमा हुई रेत-गाद की नीलामी की जाएगी।
इससे मिलने वाली 10 लाख तक की धनराशि में से एक तिहाई हिस्सा किसान का होगा और दो-तिहाई हिस्सा सरकार के खाते में जाएगा।
इस पॉलिसी से किसान और सरकार को फायदा होगा, क्योंकि यमुना से सटे एरिया में जमीन का कटाव होता है, जिससे फसलों का नुकसान होता है।
हरियाणा में 1324 सड़कों के करीब 2105 किलोमीटर एरिया में नुकसान हुआ है। इसमें 338 करोड़ रु. के नुकसान की संभावना है। 14 पुलों को नुकसान पहुंचा है, जिनको ठीक करने में 8 करोड़ खर्च होंगे।
सड़कों को दुरुस्त करने के लिए 20 लाख तक लागत के छोटे कार्य एक्सईएन-एसडीओ लेवल की कमेटी और 20 लाख से एक करोड़ तक के कार्य ज्वॉइंट टेंडर से करवाए जाएंगे। एक करोड़ से अधिक लागत वाले कार्यों को पीडब्लूडी के इंजीनियरिंग पोर्टल के माध्यम से टेंडर आमंत्रित करके करवाएंगे।