हरियाणा के जजपा नेता दिग्विजय चौटाला ने उचाना सीट को लेकर बीरेंद्र सिंह के परिवार को एक बार फिर से घेरा है। दिग्विजय चौटाला का कहना है कि उनकी बातों को न तो भाजपा और न ही जजपा तवज्जो दे रही है।
उन्हें डर लगता है कि दुष्यंत चौटाला उचाना से दोबारा चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। उनकी जमीन खिसक चुकी है और वे अब खिसकी जमीन की तलाश कर रहे हैं।
दिग्विजय ने कहा कि वे कभी लोगों के बीच रहे ही नहीं। पूरा परिवार ज्यादातर दिल्ली में रहता था। विधानसभा के बारे में सोचते थे कि यह लोग जाएंगे कहां, वोट हमें ही डालेंगे।
उचाना के लोगों को पहले राजनीतिक जागरुकता ओम प्रकाश चौटाला ने दी और अब दुष्यंत चौटाला ने दी है।
उचाना वालों के पास ताकत आ गई है। अब उन्हें कोई चाय पर बुला ले तो 2 मिनट में आ जाते हैं। अब बीरेंद्र सिंह का परिवार परेशान हो रहा है।
दरअसल, चौटाला और बीरेंद्र सिंह के परिवार के बीच हिसार लोकसभा और उचाना सीट को लेकर कशमकश चल रही है।
चौधरी बीरेंद्र सिंह का परिवार जजपा से गठबंधन तोड़ने के पक्ष में है। हिसार लोकसभा और उचाना सीट को लेकर दोनों के बीच बयानबाजी हो चुकी है। दोनों ही परिवार इस सीट पर चुनाव लड़ेंगे।
अभी तक 5 बार दोनों परिवार चुनावी मैदान में एक दूसरे के सामने ताल ठोंक चुके हैं, जिसमें 3 बार बीरेंद्र सिंह का परिवार और 2 बार चौटाला परिवार चुनाव जीता है।
बीरेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव में ओम प्रकश चौटाला को हरा चुके हैं और विधानसभा में उनसे हार चुके हैं। बीरेंद्र सिंह की पत्नी उचाना विधानसभा से एक बार दुष्यंत को हरा चुकी है और एक बार हार चुकी है।