चंडीगढ़/समृद्धि पराशर: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि महिलाओं व बच्चों के चहुंमुखी एवं सर्वांगीण विकास के लिए विभाग ऐसी अनूठी पहले करें जिनसे उनके जीवन में बदलाव आ सके और अन्य राज्य भी उनका अनुसरण कर सकें। इसके लिए विभिन्न वैज्ञानिक अध्ययनों पर विचार किया जाए।
मुख्य सचिव आज यहां महिला एवं बाल विकास विभाग की पोषण अभियान के तहत चतुर्थ राज्य स्तरीय कन्वरजेंस कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वैज्ञानिक अध्ययन में जिला अनुसार सभी विश्वविद्यालयों की सेवाएं भी ली जा सकती है। इसके लिए सभी विभागों को पत्र भी जारी किया गया है।
मुख्य सचिव ने कहा कि केन्द्र सरकार ने सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 अभियान शुरू किया है जिसका मूल उद्देश्य मातृ पोषण, शिशु एवं युवाओं के आहार के मानदंड, आयुष के वेलनेस केन्द्रों के माध्यम से गंभीर एवं तेजी से बढ़ने वाले कुपोषण को रोकना, क्षमता निर्माण करना और आधुनिक और सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र बनाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाना हैं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों में एनीमिया दूर करने के लिए व्यापक स्तर पर कार्य करना इस अभियान में शामिल है। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए इन बिन्दुओं पर लक्ष्य निर्धारित कर उन्हें समयबद्ध ढंग से पूरा करें।
कौशल ने कहा कि विभाग महिलाओं एवं बच्चों के लिए क्रियान्वित की जा रही उपलब्धियों पर बुकलेट एवं वीडियो तैयार करवाएं और उनका व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार कर जन जन तक पहुंचाएं ताकि लोग उनका अनुसरण कर अपने स्वास्थ्य में और अधिक सुधार कर सकें। उन्होंने कहा कि जून माह में विभाग की आगामी बैठक आयोजित कर पोषण विकास योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि पोषण अभियान 2.0 और सक्षम आंगनबाड़ी में 14 से 18 वर्ष की
किशोरी लड़कियों के लिए एस्पिरेशनल जिला मेवात के लिए योजना और लक्ष्य में बदलाव किया गया है। इसमें 24659 स्कूल जाने वाली और 84 स्कूल से बाहर की लड़कियों सहित 24743 लाभार्थियों की पहचान की गई है।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल, डा. जी अनुपमा, आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।