नवीन जयहिंद ने कुश्ती फैडऱेशन के अध्यक्ष बृजभूषण शरण के विरोध में उतर कर दिल्ली जंतर-मंतर धरने पर बैठे खिलाडिय़ों के मामले में आरोपित बृजभूषण शरण व आरोप लगाने वाले खिलाडिय़ों का नार्को टैस्ट कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह नार्को टैस्ट सुप्रीम कोर्ट की गाईड लाईन में हो और पूरे मामले की समयबद्ध जांच हो।
उसके बाद ही इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। उन्होंने कहा कि ठीक ऐसी ही जांच उन्होंने हरियाणा के खेल मंत्री रहे संदीप सिंह के मामले में भी पिछले दिनों उठाई
थी। लेकिन जब नार्कोट टैस्ट कराए जाने की बात सामने आई तो मंत्री संदीप सिंह मैदान छोड़कर भाग गाए। क्योंकि उन्हें पता था कि नार्को टैस्ट के बाद मामले की असली सच्चाई सामने आ जाएगी।
नवीन जयहिंद गुरूवार को झज्जर की ब्राह्मण धर्मशाला में मीडिया से बातचीत कर रहे थे। वह यहां 21 मई को पहरावर गांव की जमीन पर आयोजित की जाने वाली ललकार रैली का न्यौता देने के लिए आए थे। गौड़ संस्था को हरियाणा सरकार द्वारा कैबिनेट में बकायदा प्रस्ताव पास कर दी जाने वाली इसी जमीन को लेकर नवीन जयहिंद ने कहा कि यह जमीन रहम से नहीं बल्कि 36 बिरादरी को साथ लेकर फरसे के दम पर ली गई है।
जमीन रिलीज किए जाने के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर का आभार जताने वालों को भी नवीन जयहिंद ने आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जब पिछले दिनों इसी जमीन पर भगवान परशुराम की जयन्ती मनाई जानी थी और सरकार के इशारे पर अदालत ने यहां स्टे लगा दिया था तो उस दौरान इनकी जमीन पर ताला लग गया था। लेकिन आज यहीं लोग अपनी चाटुकारिता से बाज नहीं आ रहे है।