ई-गवर्नेंस से सुशासन की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ते हुए हरियाणा सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में प्रो-एक्टिव दिव्यांग पेंशन सेवा, ताऊ से पूछो व्हाट्सएप बॉट सेवा की शुरुआत की है।
सरकार की इस पहल से प्रदेशवासी डिजिटल रूप से और अधिक सशक्त बनेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से शुरू की गई ये आईटी पहल निश्चित रूप से राज्य सरकार के पेपरलेस और पारदर्शी शासन के दृष्टिकोण में मील का पत्थर साबित होंगी।
प्रो-एक्टिव दिव्यांग पेंशन सेवा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार सभी सरकारी सेवाओं को लोगों के घर द्वार पर पहुंचाने के लिए वचनबद्ध है। इसी कड़ी में अब सरकार ने दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) को ऑटोमेटेड पेंशन का लाभ देने का फैसला किया है।
सरकार ने दिव्यांग पेंशन को भी परिवार पहचान पत्र से जोडकऱ आटोमेटिक रूप से पेंशन बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि परिवार सूचना डेटा में 60 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग के रूप में सत्यापित दिव्यांगों के प्रासंगिक डेटा को हर महीने हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण द्वारा प्रमाणित किया जाएगा।
सत्यापन के बाद पात्र पाए गए ऐसे सभी दिव्यांगजनों का डेटा योजना द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंड के अनुसार सेवा विभाग के साथ साझा किया जाएगा। सेवा विभाग के जिला अधिकारी पेंशन शुरू करने के लिए इन नागरिकों की सहमति लेने के लिए उनके पास जाएंगे।
सहमति प्रदान करने वाले सभी दिव्यांगों की अगले महीने से पेंशन शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अब ऐसे सभी लाभार्थियों को अपना लाभ लेने के लिए कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।