हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भारत में पोलैंड के राजदूत प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की ने आज यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल भी इस मौके पर मौजूद रहे।
बैठक के दौरान, पोलैंड सरकार के सहयोग से भारत, विशेष रूप से हरियाणा के लिए विभिन्न विकास क्षेत्रों की पहचान करने और निवेश को लेकर व्यापक चर्चा हुई । इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की को फरीदाबाद में होने वाले सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला-2023 का पार्टनर देश बनने के लिए भी आमंत्रित किया।
हरियाणा में निवेश करने की दिशा में रुचि व्यक्त करते हुए प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की ने सोनीपत और रोहतक में स्थापित किए जा रहे मेगा फूड पार्कों में निवेश की संभावनाएं तलाशने के लिए हरियाणा सरकार से सहयोग की मांग की। उन्होंने कहा कि पोलैंड पहले से ही खाद्य व्यापार तथा उद्योग के क्षेत्र में हरियाणा सरकार से सहयोग करने के लिए विचार कर रहा है। इसलिए ये मेगा फूड पार्क पोलैंड के निवेशकों के लिए व्यापार का एक बड़ा अवसर बन सकते हैं।
प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की ने हरियाणा से बागवानी और कृषि उत्पादों के निर्यात में गहरी रुचि दिखाई। इसके अलावा, श्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न फ्लैगशिप कार्यक्रमों और पहलों में भी अपनी रुचि दिखाई।
प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की ने हरियाणा में विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अनुकूल माहौल और औद्योगिक अनुकूल नीति प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की प्रशंसा की और हरियाणा में निवेश करने में भी गहरी दिलचस्पी दिखाई।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की को आश्वासन दिया कि पोलैंड और हरियाणा के मध्य द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में हरियाणा सरकार की ओर से प्रत्येक क्षेत्र में पूर्ण सहयोग दिया जाएगा।
इसके अलावा, पोलैंड और भारत, विशेष रूप से हरियाणा के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में मुख्यमंत्री और प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की दोनों ने शिक्षा, कृषि, कौशल प्रशिक्षण और पर्यटन के क्षेत्र में विशेषज्ञता साझा करने के साथ-साथ शिक्षक-छात्र और सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने की संभावनाएं तलाशने पर भी सहमति व्यक्त की।
मुख्यमंत्री ने प्रोफेसर एडम बर्कोवस्की को अवगत कराया कि हरियाणा को खेल हब के रूप में विकसित करने, उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनाने और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा अभिनव और सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं।
प्रत्येक युवा का कौशल विकास सुनिश्चित करने के लिए देश का पहला कौशल विश्वविद्यालय श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पलवल में खोला गया है। इसके अलावा, हरियाणा को स्पोर्ट्स हब के रूप में विकसित करने के लिए हरियाणा में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी स्थापित की जा रही है। औद्योगिक इकाइयों स्थापित करने के लिए निवेशकों को सुगमता से सभी प्रकार के क्लीयरेंस प्रदान करने हेतू सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम स्थापित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘गो ग्लोबल अप्रोच’ के माध्यम से विश्व मानचित्र पर निवेश के लिए उपयुक्त गंतव्य के रूप में हरियाणा की पहचान बनाने के लिए राज्य सरकार ने कईं क्रांतिकारी कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री ने भारत में पोलैंड के राजदूत को राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) योजना से अवगत कराया और कहा कि पीपीपी का उद्देश्य सरकार-नागरिक संबंधों में परिवर्तन लाना है। उन्होंने कहा कि पीपीपी के तहत एक प्रणाली बनाई गई है जिसमें प्रत्येक परिवार को एक इकाई के रूप में पहचाना जाएगा। राज्य सरकार योजना के तहत सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र नागरिकों को उनके घर द्वार पर उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने विदेश सहयोग विभाग स्थापित किया है, जो ‘गो-ग्लोबल एप्रोच’ के माध्यम से हरियाणा को ग्लोबल इकोनॉमी बनाने तथा हरियाणा को वैश्विक ब्रांड के रूप में स्थापित करने के लिए दुनिया भर में निवेशकों की पहचान करने के लिए निरंतर कार्यरत है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डी. एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी. उमाशंकर, विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव श्री योगेंद्र चौधरी, विदेश सहयोग विभाग के महानिदेशक श्री अनंत प्रकाश पांडे और सलाहकार, विदेश सहयोग विभाग श्री पवन चौधरी उपस्थित थे।