देश की राजधानी दिल्ली और उसमें सबसे कड़ी सुरक्षा वाली तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार के चलते मारे गए गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया के अपराध और तौर-तरीकों ने जरायम की दुनिया में उसके इरादों को छोटी उम्र में ही जाहिर कर दिया था।
जबरन वसूली, हत्या, प्रॉपर्टी पर कब्जा और फिरौती जैसे मामलों में शामिल रहा प्रिंस छोटी उम्र में खून का प्यासा हो गया था।
उसने अपराध की पहली सीढ़ी एक युवक की हत्या कर पार की थी। हत्या भी सिर्फ इसलिए कर दी। चूंकि युवक ने अपने पिता को थप्पड़ जड़ दिया और प्रिंस को ये नागवार गुजरा।
इसके कुछ दिन बाद प्रिंस के सिर पर इस कदर खून सवार हुआ कि उसने सरे राह युवक का कत्ल कर दिया।
दरअसल, खानपुर का रहने वाला प्रिंस बचपन से ही शरारती किस्म का रहा। उसके पिता दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) से रिटायर्ड हैं।
माता-पिता के अलावा परिवार में एक भाई और एक बहन है। 32 साल के प्रिंस तेवतिया का पढ़ाई से शुरू से ही मोह भंग रहा, जिसके चलते उसने 10वीं में ही पढ़ाई छोड़ दी और अपराध की राह पर चल पड़ा।