हरियाणा के पानीपत की रिफाइनरी के नाम जल्द ही एक और बड़ी कामयाबी जुड़ने वाली है। भारत में पहला ऐसा फ्यूल बनेगा, जिसमें अल्कोहल टू जेट टेक का इस्तेमाल होगा।
यह कम प्रदूषण वाला जेट ईंधन होता है। इसे मक्का, खाने के तेल के बीज, लकड़ी के मिल के वेस्ट के साथ पेट्रोलियम प्रोडक्ट को मिलाकर तैयार किया जाता है।
इस जेट ईंधन की खासियत यह है कि इसमें कम कार्बन उत्सर्जन होता है। इसके तहत देश में पहली बार एविएशन क्षेत्र की एक ऐसी कंपनी बनेगी जो ग्रीन एविएशन ईंधन का उत्पादन करेगी। इसके लिए इंडियन ऑयल, अमेरिकी कंपनी लांजा जेट मिलकर एक प्लांट लगाएगी।
इस प्लांट में भारतीय एयरलाइंस कंपनियों की भी हिस्सेदारी होगी। नए प्लांट में अल्कोहल टू जेट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर एयरलाइंस के लिए ग्रीन ईंधन बनाया जाएगा। इसके लिए पानीपत में 3000 करोड़ रुपये का प्लांट लगाने की तैयारी है।
इंडियन ऑयल की पानीपत रिफाइनरी में ग्रीन जेट फ्यूल बनाया जाएगा। इसके लिए करीब तीन हजार करोड़ का प्लांट रिफाइनरी में लगाया जाएगा।
प्लांट में 50 प्रतिशत शेयर इंडियन ऑयल का होगा और 25 प्रतिशत शेयर अमेरिका की कंपनी लांजा जेट इंक का होगा।