UP का नाम आते ही जेहन में आता है एनकाउंटर और बुलडोजर…। गुरुवार को ही गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर अब सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश देश की जुबान पर है।
पिछले महीने UP सरकार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंकड़े जारी किए थे कि भाजपा के शासन के 6 सालों में 10 हजार से ज्यादा पुलिस एनकाउंटर हुए।
इनमें 23,069 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। एनकाउंटर्स में 4,911 क्रिमिनल घायल हुए जबकि 178 पुलिस की गोली से मारे गए।
लेकिन इन आंकड़ों से जुड़ा एक और पहलू भी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के मुताबिक योगी सरकार के 6 सालों में से 3 सालों यानी 2017 से 2020 के बीच ही फर्जी एनकाउंटर्स की 93 शिकायतें उसके पास पहुंचीं।
यही नहीं, ऐसे फर्जी एनकाउंटर्स की शिकायतें भाजपा के सत्ता में आते ही 1000% बढ़ गई हैं। 2016-17 में फर्जी एनकाउंटर्स की सिर्फ 4 शिकायतें थीं…2017-18 में ये बढ़कर 44 हो गईं।
विपक्षी दल इसके लिए भाजपा की नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हैं। कई विपक्षी नेता ये भी आरोप लगा चुके हैं कि भाजपाशासित राज्यों में कानून-व्यवस्था के नाम पर फर्जी एनकाउंटर हो रहे हैं।