एक तरफ किसानों की मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा दोबारा से मोर्चाबंदी की तैयारियों में लगा है। दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर दोबारा से आंदोलन की तैयारियां चल रही हैं।
लेकिन दिल्ली में किसान आंदोलन में एसकेएम के घटक रहे भाकियू चढ़ूनी गुट ने अब एसकेएम पर निशाना साधा है। भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि अब एसकेएम 7 जन्मों तक कोई सफल किसान आंदोलन नहीं कर सकता।
एसकेएम आंदोलनों के नाम पर सिर्फ किसानों का पैसा बर्बाद कर रहा है। जींद में रैली की, उससे कुछ हासिल नहीं हुआ। लखीमपुर में रैली की, वहां भी नतीजा जीरो रहा।
किसानों की समस्याएं राजनीति में उतर कर ही सुलझ सकती हैं। चढ़ूनी गुरुवार को जाट धर्मशाला में भाकियू व खाप पंचायत प्रतिनिधियों की मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
राजनीति करने पर किया मंथन: कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में भाकियू सदस्यों व कुछ खाप प्रतिनिधियों की मीटिंग हुई। अध्यक्षता भाकियू अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने की। मीटिंग में जहां देश के मौजूदा हालातों पर चर्चा की गई।
वहीं, किसानों के राजनीति में उतरने को लेकर मंथन किया गया। हालांकि इसमें कोई अंतिम फैसला नहीं लिया। तय किया कि इस मुद्दे को लेकर बुद्धिजीवियों व विषय विशेषज्ञों और विभिन्न संगठनों से भी रायशुमारी की जाएगी। इसी मुद्दे पर 8 से 10 दिन बाद दोबारा से किसानों की मीटिंग जाट धर्मशाला में की जाएगी।