कोरोना संक्रमण से राहत मिलने लगी तो अब शिक्षण संस्थाओं में रौनक लौटने लग गई है। पूरे डेढ़ साल बाद चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस भी सोमवार से खुल गया है। हालांकि अभी ऐहतियात में किसी तरह की कोई कोताही बरतने के मूड में यूनिवर्सिटी प्रशासन दिखाई नहीं दे रहा है। इसी के चलते साफ कर दिया गया है कि होस्टल के एक कमरे में एक ही स्टूडेंट रहेगा। विद्यार्थियों को मैस में बैठकर खाना खाने की अनुमति दे दी गई है। हालांकि विभागीय कैंटीन खोलने पर अभी कोई विचार नहीं हुआ है।
दरअसल, मार्च 2020 के अंत में कोरोना संक्रमण का खौफ शुरू हुआ तो देशभर के साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के भी तमाम शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे। इन्हीं में से चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी का कैंपस भी पिछले डेढ़ साल से बंद पड़ा था। हालांकि 700 से अधिक शोधार्थी छात्रावासों में रह रहे हैं। इन्हें टिफिन में खाना ले जाने के निर्देश थे, लेकिन अब जबकि कोरोना संक्रमण का खौफ धीरे-धीरे कम हो रहा है तो कैंपस को खोलने का फैसला कर लिया गया है। होस्टल के एक कमरे में एक ही विद्यार्थी रह सकेगा। बाकी छात्रों को बुलाने में जल्दबाजी नहीं की जाएगी।