पिछले कई दिनों से पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली द्वारा सरपंचों को लेकर दिए जा रहे बयान को एक तरह से भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने गैर जिम्मेदाराना बताया है। उन्होंने कहा है
कि सरपंच और ग्राम पंचायत गांव की एक तरह से छोटी सरकार होती है। पंचायत व सरपंच हरियाणा की आन-बान व शान है। सरपंच भी जो चुनकर आता है वह अपनी शान के लिए आता है।
ऐसे में उनके प्रति प्रयोग की जाने वाली शब्दावली का चयन सोच-समझ कर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ई-टेंडरिंग एक अलग विषय है। लेकिन सरपंच व पंचायत की गरिमा अलग है। ऐसे में चाहे कोई भी हो उसे शब्दावली उनके प्रति सोच समझ कर ही प्रयोग करनी चाहिए। अपने समय की पंचायतों को जिक्र करते हुए धनखड़ ने कहा कि उनके समय मेें पंचायतों की बदौलत ही हरियाणा ओडीएफ में नम्बर वन आया था।
इतना हीं नहीं पिछले शासनकाल में हरियाणा स्वच्छता में एक बार नम्बर वन पर व एक बार दूसरे नम्बर पर आया था। उसमें भी अहम भूमिका हमारे सरपंचों की ही थी। ऐसे में
हमें और हमारी सरकार को सरपंचों पर भरोसा किया जाना चाहिए। धनखड़ शुक्रवार को अपने निवास स्थान पर कार्यकर्ताओं से रूबरू होने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। हरियाणा सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को लेकर भी धनखड़ ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
धनखड़ ने कहा कि हरियाणा आर्थिक दृष्टि से मजबूत राज्य है। इस बार का बजट पिछली तुलना में 11 प्रतिशत ज्यादा है। धनखड़ ने कहा कि सरकार ने बजट को दूरगामी सोच व जनता
के हितों का ध्यान रख कर तैयार किया था। बजट खर्च के लिए बनाई गई 8 कमेटियों के फैसले की प्रशंसा करते हुए धनखड़ ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इन कमेटियों के नेतृत्व में बजट अच्छे व बेहतर ढंग से खर्च होगा।