विस में सरपंचों की पावर घटाने का मामला गूंजा। विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के भी कई विधायकों ने सरपंचों की मांगों का समर्थन किया।
सीएम ने कहा, ‘भ्रष्टाचार की बीमारी नीचे तक घर की हुई है। इसमें नेता, अधिकारी, कर्मचारी व इनसे जुड़े अन्य लोग शामिल होते हैं।
पैसा हमारे हाथ में आए, खुद काम कराएंगे, इस सिस्टम में गड़बड़ी है।
ऐसा प्रारूप बना दिया है कि तकलीफ किसी को हो रही है। कुछ तो कह रहे हैं कि इस सिस्टम का पता होता तो चुनाव में पैसा खर्च नहीं करते।’
हुड्डा ने कहा, ‘चुने हुए प्रतिनिधियों पर विश्वास करना चाहिए।’ सीएम ने कहा, ‘मैंने 1.77 लाख करोड़ का बजट पेश किया तो इसका मतलब ये नहीं है कि मैं हस्ताक्षर करूंगा, तभी पैसा पास होगा।
’ हुड्डा ने पूछा- ई-टेंडर से पीडब्ल्यूडी में भ्रष्टाचार कितना कम हुआ। सीएम बोले- कम हुआ है। हुड्डा बोले- लगे रहाे। सीएम ने कहा कि अफसर हो या सरपंच, मनमर्जी नहीं चलेगी।