केन्द्रीय विद्यालय संगठन की पीजीटी परीक्षा में प्रश्नपत्र हल कराने वाले गिरोह से बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार, गिरोह का नेटवर्क दिल्ली से संचालित किया जा रहा था। अंबाला की कंप्यूटर लैब में बैठे गिरोह के सदस्य दिल्ली के मास्टरमाइंड कुलदीप और हरदीप से निर्देश ले रहे थे। आरोपी हरदीप सोनीपत का रहने वाला है और वह लंबे समय से इस कार्य में जुटा हुआ था।
पुलिस के अनुसार, अंबाला में रेड के दौरान पकड़े गए नितेश और मंजीत से हरदीप की दोस्ती बताई जाती है। ऐसे में मास्टरमाइंड कुलदीप और हरदीप दिल्ली में तो अंबाला में नितेश और मंजीत गिरोह का कार्य संभाल रहे थे। अभी तक मिले इनपुट के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से दबिश दी जा रही है।
विदित हो कि सॉल्वर गैंग की ओर से अंबाला में 45 लाख रुपये से लैब का सेटअप तैयार किया गया था। यहां करीब 20 अभ्यर्थियों से 20-20 लाख रुपये में परीक्षा पास कराने का सौदा हुआ था। सभी अभ्यर्थियों से दो से तीन लाख रुपये टोकन मनी वसूली गई थी।